तनाव के बीच कश्मीर में LPG स्टॉक का आदेश, स्कूलों को भी खाली करने का आदेश
जम्मू-कश्मीर; लद्दाख में हिंसक झड़प के बाद से भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच जम्मू कश्मीर सरकार के आदेश के बाद वहां के लोगों में चिंता और बढ़ गई है। दरअसल, जम्मू कश्मीर में सरकार ने दो महीने के लिए एलपीसी सिलेंडर का स्टॉक करने का आदेश दिया है। इसके अलावा सुरक्षाबलों के लिए दूसरे आदेश के मुताबिक गांदरबल में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल की इमारतों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं।) कश्मीर में गांदरबल जिला लद्दाख के कारगिल से सटा हुआ है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार ने एक बैठक में घाटी में एलएम के पर्याप्त स्टॉक को सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने के कारण आपूर्ति प्रभावित हो सकती है। इस आदेश को ‘मोस्ट ट्रेडिंग मैटर’ के रूप में वापस किया गया है। गौड्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ताओं के निदेशक के माध्यम से पारित आदेश में तेल कंपनियों से स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे रसोई गैस के पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराएं, जो दो महीने तक रहना चाहिए। आमतौर पर अत्यधिक सर्दियों की परिस्थितियों के दौरान इस तरह के आदेश दिए जाते हैं, जब बर्फ या भारी बारिश के कारण सड़क ब्लॉक होने का गंभीर खतरा होता है। हालांकि गर्मियों के वक्त में इस तरह के आदेश आने पर कई सवाल खड़े होते हैं।
अन्य आदेश में पुलिस अधीक्षक गांदरबल ने जिले के 16 स्कूलों, शिक्षण संस्थानों से इमारतों को खाली करने का अनुरोध किया है। आदेश में कहा गया है कि अमरनाथ यात्रा -2020 के मद्देनजर इन शैक्षिक केंद्रों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कंपनियों के आवास के लिए उपलब्ध करवाया जाता है।बता दें कि गांदरबल कारगिल से सटा हुआ जिला और लड्डाख का सड़क मार्ग इस क्षेत्र में है। में से हो जाता है। हालांकि इस आदेश पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं क्योंकि कोरोनावायरस के खतरे के कारण इस साल अमरनाथ यात्रा में भीड़ कम होने की संभावना है।